अटूट प्रेम की मिसाल: शहजादपुर में पति की मौत के 10 मिनट बाद पत्नी ने भी तोड़ा दम, एक साथ उठेगी अर्थी
A Testament to Unwavering Love
नारायणगढ़: शहजादपुर में अटूट प्रेम की एक ऐसी दास्तां सामने आई, जिसे देखकर हर किसी की आंखें नम हो गईं। यहाँ एक वृद्ध दंपती की मौत ने 'साथ जीने-मरने' की कसम को हकीकत में बदल दिया। पति की मृत्यु के मात्र 10 मिनट के भीतर ही पत्नी ने भी उनके सीने पर सिर रखकर प्राण त्याग दिए।
शोक में डूबी पत्नी ने तोड़ा दम मिली जानकारी के अनुसार, 75 वर्षीय डॉ. वीरेंद्र नाथ जैन लंबे समय से शुगर की बीमारी से जूझ रहे थे। शनिवार को अचानक उनकी तबीयत बिगड़ी और उन्होंने दम तोड़ दिया। पति की मौत की खबर सुनते ही 65 वर्षीया पत्नी आशा देवी बदहवास हो गईं। वे जोर-जोर से रोते हुए अपने पति के शव पर गिर पड़ीं और महज 10 मिनट के भीतर ही उनकी भी धड़कनें थम गईं।
घर में अकेले रहते थे दंपती डॉ. वीरेंद्र के दो बच्चे हैं। बेटी विवाहित है, जबकि बेटा गुड़गांव की एक कंपनी में मैनेजर है। घर पर वृद्ध दंपती अकेले ही रहते थे। पड़ोसियों का कहना है कि दोनों के बीच अगाध प्रेम था और अंत समय में भी वे एक-दूसरे का साथ नहीं छोड़ पाए। एक ही घर में पति-पत्नी के शव रखे देख पूरे इलाके में शोक की लहर है। परिजनों के पहुंचने के बाद रविवार को दोनों का अंतिम संस्कार एक साथ किया जाएगा। जिसने भी इस घटना के बारे में सुना, उसकी जुबान पर बस यही था— "मौत ने भी इस जोड़े को जुदा नहीं होने दिया।"